हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए तथास्तु आईसीएस द्वारा मेंटरशिप क्यों?
- अध्ययन सामग्री की कमी
- गुणवत्तापूर्ण और अद्यतन पुस्तकों, नोट्स और करंट अफेयर्स का सीमित विकल्प।
- हिंदी में प्रमाणिक सरकारी रिपोर्ट्स, डेटा और विश्लेषण की अनुपलब्धता।
- अनुवाद की समस्या
- कई महत्वपूर्ण स्रोत अंग्रेजी में होते हैं, जिनका सटीक और स्पष्ट हिंदी अनुवाद उपलब्ध नहीं होता।
- भाषा को लेकर आत्मविश्वास की कमी
- अंग्रेजी माध्यम के अभ्यर्थियों के साथ तुलना से हीनभावना उत्पन्न होना।
- इंटरव्यू (व्यक्तित्व परीक्षण) में स्पष्टता और आत्मविश्वास के साथ उत्तर देने में कठिनाई।
- गुणवत्तापूर्ण मार्गदर्शन का अभाव
- हिंदी माध्यम के छात्रों के लिए अनुभवी मेंटर्स और कोचिंग संस्थानों की सीमित उपलब्धता।
- उचित रणनीति और पर्सनल गाइडेंस न मिल पाने से तैयारी में असमंजस।
- हिन्दी माध्यम के अभ्यर्थियों का सामाजिक परिवेश
- अंग्रेज़ी मीडियम के अभ्यर्थियों की तुलना में संकीर्ण सामाजिक परिवेश उन्हें आत्मविश्वास से दूर रखता है।
- हिन्दी भाषा को लेकर संकोचित राय
जो अभ्यर्थी स्कूल तो अंग्रेज़ी माध्यम से करते हैं पर सहज हिन्दी भाषा में होते हैं, उन्हें ही हिन्दी भाषा दोयम श्रेणी की लगती है और हिन्दी भाषा को माध्यम बनाने के लिए वो कंफ्यूज रहते हैं।
पार्थ सारथी मेंटरशिप प्रोग्राम आपको क्या-क्या प्रदान करेगा?
पार्थ-सारथी मेंटरशिप प्रोग्राम को UPSC सिविल सेवा परीक्षा की विविध चुनौतियों का समाधान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो 2026 उम्मीदवारों के लिए मार्गदर्शन और मेंटरशिप प्रदान करेगा।
- यह प्रीलिम्स और मेन्स दोनों के लिए है।
- 12 -माह का पाठ्यक्रम : पूरे पाठ्यक्रम को मासिक, साप्ताहिक और दैनिक रूप में विभाजित किया गया है ताकि आपको पहले से पूरे साल की स्ट्रेटेजी पता हो।
- नियमित मार्गदर्शन सेशंस : पाठ्यक्रम की संपूर्ण कवरेज सुनिश्चित करने के लिए नियमित सत्र।
- आपकी दैनिक, साप्ताहिक और मासिक प्रगति को ट्रैक किया जाएगा।
- विविध मेंटरशिप प्रारूप: नियमित ग्रुप विचार-विमर्श और व्यक्तिगत मेंटरिंग, ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म और फ़ोन कॉल दोनों माध्यम से उपलब्ध होगी।
- विषय- आधारित कार्यपुस्तिकाएँ: MCQs, PYQs, अभ्यास प्रश्न और उत्तर-लेखन अभ्यास
- उत्तर लेखन: दैनिक उत्तर लेखन एवं साप्ताहिक परीक्षणों के माध्यम से।
- प्री-श्योर प्रीलिम्स टेस्ट सीरीज़: इसमें टेस्ट के साथ MCQ को हल करने के लिए कक्षाएँ, जिसमें चर्चाएँ, विश्लेषण और रैंकिंग सत्र शामिल हैं।
- मेन्स टेस्ट सीरीज़: इसमें फीडबैक, मॉडल उत्तर और व्याख्यात्मक सत्र शामिल हैं।
- निबंध लेखन : यूपीएससी प्रारूप के अनुरूप निबंध लेखन पर मार्गदर्शन ।
- सार्थक- पुस्तिका: दैनिक, साप्ताहिक, मासिक और त्रैमासिक आधार पर विचारों को प्रबंधित करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन की गई डायरी।
पार्थ सारथी मेंटरशिप प्रोग्राम के चरण
- चरण १: संकल्प – सफलता की पहली सीढ़ी
- इस चरण का उद्देश्य प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा दोनों के लिए एकीकृत तरीके से सामान्य अध्ययन के लिए NCERTs को कवर करके परीक्षा के लिए एक मजबूत आधार तैयार करना है।
- गतिविधियाँ: NCERTs का समग्र कवरेज, उत्तर लेखन, नोट बनाने और करंट अफेयर्स समेकन के लिए नोट्स तैयार करना, मेंटर के साथ व्यक्तिगत सेशंस, नियमित परीक्षण, फीडबैक , आपके प्रदर्शन की ट्रैकिंग
- चरण २ : मंथन– विषयों का विस्तार
- यह चरण में मुख्य परीक्षा की तैयारी जारी रहेगी, लेकिन साथ ही प्रारंभिक परीक्षा के लिए एप्रोच भी बदलेंगे।
- गतिविधियाँ: पाठ्यक्रम पूरा करना, उत्तर लेखन, नोट्स, फीडबैक और मूल्यांकन के साथ उत्तर लेखन, प्रीलिम्स मॉक टेस्ट, विषयों के बीच संबंध बनाना, विश्लेषणात्मक कौशल विकसित करना और नोट्स को परिष्कृत करना।
- चरण ३ : शिखर – उत्कृष्टता की ओर
- यह चरण आपको मुख्य परीक्षा के दृष्टिकोण से पाठ्यक्रम पूरा करने और नोट्स समेकन की रणनीति बनाने और उत्तर लेखन में अपने विचार प्रभावी ढंग से व्यक्त करने में मदद करेगा।
- गतिविधियाँ: लिखित परीक्षा, उत्तर लेखन में सुधार, मूल्य संवर्धन और मेंटरों से आलोचनात्मक फीडबैक।
- चरण ४: अभ्यास – सफलता की कुंजी :
- इस चरण का उद्देश्य प्रारंभिक परीक्षा के लिए सम्पूर्ण पाठ्यक्रम दोहराना एवं सुधार के क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित करना है।
- गतिविधियाँ: इसमें पूर्णतः प्रारंभिक परीक्षा (प्रीलिम्स) तैयारी पर ध्यान रहेगा एवं टेस्ट सीरीज के माध्यम से पाठ्यक्रम को दोहराना, नोट्स रीवाइज करना, कमजोर क्षेत्रों की पहचान करना और उन्हें मजबूत करना शामिल होगा।
कोई भी मार्ग छोड़ा जा सकता है, बदला जा सकता है : पथ-भ्रष्ट होना कुछ नहीं होता, अगर लक्ष्य-भ्रष्ट न हुए।
ADMISSIONS OPEN
कार्यक्रम शुल्क: 45,000/-(Including GST)